कोरोना काल में अपने कर्मचारियों को संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए ज्यादातर कंपनियां वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दे रही हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि वर्क फ्रॉम होम में एक ही जगह पर लंबे वक्त तक बैठे रहने से आपको गंभीर बीमारियां हो सकती है। ये हम नहीं बल्की विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO की एक रिपोर्ट कह रही है कि अधिक काम करना स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का इस पर कहना है कि ज्यादा समय तक काम करना स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरे पैदा कर सकता है। डब्ल्यूएचओ के वैज्ञानिकों के शोध में पता चला है कि लाखों लोगों की मौत लंबे समय तक काम करने से हो रही है।
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक काम के तय घंटों से ज्यादा समय तक काम करने से एक साल में हजारों लोगों की जान जा रही है। इसमें कोरोना महामारी के दौरान बढ़ोतरी हो गई है। महामारी के दौरान वर्क फ्रॉम होम वाले कर्मचारियों का तनाव लगातार बढ़ता रहा है। ऐसे में वे अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं।
ऐसे में अगर आप भी लंबे समय तक लैपटॉप के आगे नजरें गड़ाए बैठे रहते हैं तो आप भी अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। शोध में बताया गया है कि 2016 में ज्यादा देर तक काम करने के चलते स्ट्रोक (Stroke) और हृदय रोग (Heart disease) के आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है। इससे दुनिया भर में 7.45 लाख लोगों की जान चली गई. यह संख्या साल 2000 के मुकाबले करीब 30 फीसदी ज्यादा थी।