पटना : बिहार में जैसे- जैसे चुनाव पास आते जा रहें हैं, वैसे – वैसे पक्ष और विपक्ष का एक दूसरे पर आरोप लगाने का सिलसिला भी बढ़ता जा रहा हैं। RJD के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर सुशांत सिंह राजपूत मामले में निशाना साधते हुए ट्वीट कर कहा कि, “ सबसे पहले सुशांत केस में हमने सड़क से लेकर सदन तक सीबीआई जाँच कि माँग की थी और उसी का परिणाम था कि 40 दिनों से सोई बिहार सरकार को कुंभकर्णी नींद से जागना पड़ा था। आशा है एक तय समय सीमा के अंदर न्याय मिलेगा। ”
सबसे पहले सुशांत केस में हमने सड़क से लेकर सदन तक सीबीआई जाँच की माँग की थी और उसी का परिणाम था कि 40 दिनों से सोई बिहार सरकार को कुंभकर्णी नींद से जागना पड़ा था।
आशा है एक तय समय सीमा के अंदर न्याय मिलेगा।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 19, 2020
बता दे कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या मामले की जाँच सीबीआई करेगी। सुशांत ने इसी साल 14 जून को अपने फ्लैट में आत्महत्या कर ली था,जिसके बाद सुशांत के परिवार ने उनकी आत्महत्या पर संदेह जताते हुए इसे हत्या की साज़िश बताया था।
आत्महत्या के लगभग 2 महीने बाद सुशांत के पिता ने पटना में केस दर्ज कार्य था, जिसके बाद पटना पुलिस और मुंबई पुलिस के बीच केस की तहकीकात को लेकर मतभेद हो गया था, इसी बीच बिहार सरकार ने इस केस को सीबीआई में सौंपने की मांग की थी । जिसके बाद महाराष्ट्र और बिहार के नेताओं बीच ज़ुबानी बयानबाज़ी के बीच आज सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई पुलिस को मामले से जुड़े सभी दस्तावेज़ सीबीआई को जल्द से जल्द सौंपने को कहा।
नीतीश ने किया पलटवार
इसपर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट करके कहा, “आज माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा सुशांत सिंह राजपूत के पिता द्वारा पटना में दर्ज कराए गए मामले पर बिहार पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई एवं बिहार सरकार द्वारा इस मामले को CBI को सौंपने के निर्णय को विधि सम्मत एवं उचित ठहराया गया है। ”
आज माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा सुशांत सिंह राजपूत के पिता द्वारा पटना में दर्ज कराए गए मामले पर बिहार पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई एवं बिहार सरकार द्वारा इस मामले को CBI को सौंपने के निर्णय को विधि सम्मत एवं उचित ठहराया गया है।…..(1/2)
— Nitish Kumar (@NitishKumar) August 19, 2020
नीतीश ने आगे कहा कि,”कुछ लोग इसे राजनीतिक रूप देना चाह रहे थे जबकि राज्य सरकार का मानना था कि इसका संबंध न्याय से है। मुझे भरोसा है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद CBI यथाशीघ्र इस मामले की जांच करेगी और शीघ्र न्याय मिल सकेगा।”
…..(2/2) कुछ लोग इसे राजनीतिक रूप देना चाह रहे थे जबकि राज्य सरकार का मानना था कि इसका संबंध न्याय से है। मुझे भरोसा है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद CBI यथाशीघ्र इस मामले की जांच करेगी और शीघ्र न्याय मिल सकेगा।
— Nitish Kumar (@NitishKumar) August 19, 2020