धर्म डेस्क। शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। भगवती दुर्गा की आराधना का सर्वोत्तम पर्व है नवरात्रि माना जाता है। ऐसे में इन नौ दिन माता रानी की साधना से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। वहीं मां दुर्गा की पूजा अर्चना से यश, सम्मान, धन, बल, आरोग्य आदि की प्राप्ति होती है। इन नौ दिनों में व्रत के साथ आपको कुछ मंत्रों का उच्चारण भी करना चाहिए ताकी आपकी हर परेशानी दूर हो सके। तो चलिए जानतें हैं कौन से हैं वो मंत्र…
सुख समृद्धि के लिए
विधेहि देवि कल्याणं विधेहि विपुलां श्रियम्।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।।
ज्ञान और विद्या के लिए
विद्यावन्तं यशस्वन्तं लक्ष्मीवन्तञ्च मां कुरु।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।।
धन प्राप्ती के लिए
ते सम्मता जनपदेषु धनानि तेषां तेषां यशांसि न च सीदति धर्मवर्ग:।
धन्यास्त एव निभृतात्मजभृत्यदारा येषां सदाभ्युदयदा भवती प्रसन्ना।।
धन और प्रसन्नता के लिए
प्रणतानां प्रसीद त्वं देवि विश्वार्तिहारिणि।
त्रैलोक्यवासिनामीड्ये लोकानां वरदा भव।।
आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए
दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तो:
स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि।
दारिद्र्यदु:खभयहारिणि का त्वदन्या
सर्वोपकारकरणाय सदाऽऽर्द्रचित्त।।