नई दिल्ली : एलएसी पर तनाव के बीच सोमवार देर रात फायरिंग की खबरे सामने आ रहीं हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि पिछले चार दशकों में पहली बार दोनों तरफ से फायरिंग की गई है.
वहीं, चीनी के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने चीनी सेना के एक प्रवक्ता के हवाले से लिखा है कि सोमवार को एलएसी पर तैनात भारतीय सैनिकों ने एक बार फिर ग़ैर-क़ानूनी तरीक़े से वास्तविक सीमा रेखा को पार किया और चीनी सीमा पर तैनात सैनिकों पर वार्निंग शॉट्स फ़ायर किए. हालात को स्थिर करने के लिए चीनी सैनिकों को मजबूर होकर जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी.
इस हरकत से चीन और # भारत द्वारा किए गए गंभीर समझौतों का उल्लंघन किया गया, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया, और आसानी से गलतफहमी पैदा हो गई है, जो सैनिकों के लिए एक गंभीर उकसावे का काम करेगा.
Indian troops' illegal crossing of the LAC on Mon seriously violated agreements reached by China & #India, stirred up tensions in the region, and would easily cause misunderstandings & misjudgments, which is a serious military provocation: spokesperson https://t.co/9A0j8nU5IS
— Global Times (@globaltimesnews) September 7, 2020
इस मामले में चीनी सेना के प्रवक्ता सीनियर कर्नल जांग शियूली ने एक बयान जारी कर कहा, “भारतीय सैनिकों ने भारत-चीन सीमा के पश्चिमी हिस्से में एलएसी को पार किया और पंन्गोंग त्सो लेक के दक्षिणी किनारे के नज़दीक शेनपाओ पहाड़ के इलाक़े में घुस गए.”
वहीँ इन घटनाक्रम के बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर चार दिवसीय रूस जाने की तैयारी कर रहें हैं. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को कहा है कि एलएसी पर स्थिति बेहद नाजुक है. इस दौरान वे शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए मॉस्को जाएंगे. जहां सीमा विवाद को लेकर उनकी मुलाक़ात चीन के विदेश मंत्री वांग यी से भी हो सकती हैं.