कानपूर : यूपी के कानपुर में लैब टेक्निशियन संजीत यादव की किडनैपिंग और हत्या के मामले में सरकार ने सीबीआई जांच करवाने का फैसला किया है. राज्य सरकार सीबीआई से इस जांच की सिफारिश करने जा रही है. वहीँ दूसरी तरफ कई दिन बीत जाने पर भी शव बरामद नहीं किए जाने पर गुस्साए परिजन आज स्वयं ही पांडु नदी की तरफ शव की तलाश में निकल पड़े. पुलिस को इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने परिजनों को रास्ते में ही रोक लिया.
धरने पर बैठे परिजन
पुलिस के रोके जाने पर परिजन शास्त्री चौक पर धरने पर बैठ गए. परिजनों की मांग है कि पुलिस पकड़े गए आरोपियों का नार्को टेस्ट करवाए. साथ ही परिजनों ने दोषियों के लिए फांसी की सजा की मांग की है. इसके अलावा दोषी पुलिसकर्मियों पर भी मुकदमे की मांग परिजनों की ओर से उठाई गई.
कई पुलिसकर्मी SUSPEND
कानपुर के बर्रा इलाके के रहने वाले संजीत यादव को कुछ दिन पहले बदमाशों ने किडनैप कर उनकी हत्या कर दी थी. जिसके बाद संजीत यादव के परिवार वालों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया था. इस मामले में पुलिस विभाग ने एसपी अपर्णा, एसओ रंजीत राय और दूसरे पुलिसकर्मियों को उनकी संदिग्ध भूमिका के लिए सस्पेंड कर दिया है.
बता दें कि 22 जून को हुई संजीत यादव की किडनैपिंग को 1 महीने से ज्यादा हो चुके हैं. 27 जून की सुबह कानपुर की नहर में अपहरण के चार दिन बाद संजीत यादव का कत्ल कर उसकी लाश बहा दी गई थी. बता दें कि परिवार का आरोप है कि उन्होंने पुलिस की मौजूदगी में 30 लाख की फिरौती दी, इसके बाद भी उनका बेटा नहीं मिला.
हत्या का एक आरोपी कोरोना पॉजिटिव
फिलहाल इस मामले के तीन हत्यारोपी ज्ञानेंद्र यादव, कुलदीप गोस्वामी और नीलू सिंह 48 घंटे की पुलिस कस्टडी में है. ये लोग पूछताछ में बार-बार अपना बयान बदल रहे हैं. दूसरी तरफ हत्या का एक आरोपी रामजी शुक्ला कोरोना पॉजिटिव है. उससे 14 दिन बाद पूछताछ की जाएगी.