अयोध्या : राममंदिर निर्माण के नक़्शे को अयोध्या विकास प्राधिकरण की बैठक में पेश किया गया, जिसे सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी है। एडीए (Ayodhya Temple Authority) की इस बैठक में चेयरमैन तथा कमिश्नर एम. पी. अग्रवाल ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की तरफ से दो नक्शे जमा किए गए थे, जिन्हें बोर्ड मीटिंग में सर्वसम्मति से पास कर दिया गया है.
इस दौरान बैठक की अध्यक्ष कमिश्नर एमपी अग्रवाल, उपाध्यक्ष डॉ नीरज शुक्ला, बोर्ड के पदेन सदस्य डीएम अनुज झा और बोर्ड के अन्य मेंबर समेत अन्य मेंबर भी बैठक में मौजूद रहें.
ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर 36 से 40 महीने में बनकर तैयार हो सकता है. ऐसे सख्त निर्देश हैं कि मंदिर निर्माण में एक ग्राम भी लोहे का प्रयोग नहीं होगा. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा था कि मंदिर की आयु कम से कम एक हजार वर्ष होगी. मंदिर के निर्माण कार्य में लार्सन एंड टूब्रो कंपनी, आईआईटी के इंजीनियरों की मदद भी ली जा रही है.
राममंदिर ट्रस्ट कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्त ने बताया कि राम मंदिर को पांच एकड़ क्षेत्र से सटे जर्जर मंदिरो को गिरा कर साफ करवाया जा रहा है. एलऐंडटी की मशीनें मंदिर परिसर में पहुंच चुकी हैं वहीँ बाकी की एक दो दिन में पहुंचने वाली हैं. मंदिर की नींव की खुदाई कर पिलर खड़ा करने का काम शुरू होने में अब देर नहीं है. नक्शा पास होने के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.