नई दिल्ली : पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को यूएस-इंडिया स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप फोरम के तीसरे वार्षिक नेतृत्व शिखर सम्मेलन की बैठक को संबोधित किया. उन्होंने अमेरिका समेत तमाम देशों की कंपनियों से आग्रह किया कि वे भारत के राजनीतिक एवं नीतिगत स्थायित्व का फायदा उठाएं.
उन्होंने कहा वर्तमान स्थिति एक नई मानसिकता की मांग करती है. एक मानसिकता जिसका दृष्टिकोण विकास के लिए मानव केंद्रित हो. भारत पहला ऐसा देश था जिसने सबसे पहले मास्क का इस्तेमाल और फेस कवर करने को एक हेल्थ मेज़र की तरह लिया. हमने सबसे पहले सोशल डिस्टेंसिंग के लिए पब्लिक अवेयरनेस कैंपेन चलाए थे.
उन्होंने बाते कि पूरे कोरोना पीरियड के दौरान, लॉकडाउन के समय भारत सरकार का एक ही मकसद था – गरीबों की रक्षा करना. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना पूरे विश्व की सबसे बड़ी समर्थन प्रणाली है. इसके तहत लगभग 800 मिलियन लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध करवाया गया. 1.3 अरब भारतीयों का एक ही मिशन है ‘आत्मनिर्भर भारत’. ‘आत्मनिर्भर भारत’ लोकल का ग्लोबल में विलय है. यह भारत की ताकत को ग्लोबल फोर्स मल्टिप्लायर के रूप में सुनिश्चित करता है.
भारत में चुनौतियों के लिए आपके पास एक सरकार है जो परिणाम देने में विश्वास रखती है जिसके लिए जीवन जीने में आसानी उतनी ही महत्वपूर्ण है जितना व्यवसाय करने में आसानी. आप एक युवा देश को देख रहे हैं जिसकी 65% आबादी 35 वर्ष से कम है.