लखनऊ : देश के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं साथ ही नदी नाले उफान पर है. ऐसे में कई इलाकों में पानी की निकासी की सही व्यवस्था न होना ऐसे हालात पैदा कर देती है जिससे इलाके में पानी भरने की समस्या खड़ी हो जाती है साथ ही लोगों के वाहन डूब जाते हैं.
ऐसे ही हालातो से गुजरने वाले लोगों के लिय और चार पानी में डूबने की समस्या का सामना करने वाले लोगों के लिए एक इंश्योरेंस एजेंट ने बताया कि गाड़ी डूब गई है, तो टेंशन लेने की कोई जरूरत नहीं है. बस गाड़ी में चाबी न लगाएं न ही उसे स्टार्ट करने की कोशिश करें.
अगर आपकी गाड़ी का इंजन प्रोटेक्शन इंश्योरेंस हैं
अगर आपने गलती से भी गाड़ी स्टार्ट करने की कोशिश की तो आपके सामने एक दूसरी मुसीबत खड़ी हो जाएगी. क्योंकि अगर आपने इग्निशन ऑन किया तो कचड़ा इंजन के अंदर जा सकता है और इस स्थिति में आपको क्लेम नहीं मिलेगा. ऐसे स्थिति में जब सर्वेयर इंजन का मुआयना करेगा.
इस दौरान इंजन में उसे किसी प्रकार का कचड़ा दिखा या ये पता लगा कि गाड़ी का इग्निशन ऑन किया गया था, तो वो क्लेम रिजेक्ट कर देगा. क्योंकि इग्निशन ऑन करने पर ही इंजन के अंदर कचड़ा जाता है. इसलिए बेहतर होगा किया गाड़ी किसी रिकवरी व्हीकल या टोइंग व्हीकल से सीधे सर्विस सेंटर लें जाएं या सर्विस सेंटर वालों से संपर्क कर उन्हें ले जाने के लिए कहें.
अगर इंश्योरेंस न हो तो
एक्सपर्ट ने बताया कि अगर बात करें गाड़ी पूरी तरह से डूब गई है, आपकी गाड़ी का फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस नहीं था सिर्फ थर्ड पार्टी इंश्योरेंस था। तो इस कंडीशन में भी गाड़ी को स्टार्ट करने की कोशिश नहीं करनी है, वरना ये कोशिश आपकी जेब पर भारी पड़ सकती है। क्योंकि डूब जाने के बाद सबसे ज्यादा असर गाड़ी के इंजन और इलेक्ट्रिकल्स पर पड़ता है। ऐसे में कार स्टार्ट करने की कोशिश काम और खराब कर सकती है।
मुमकिन हो तो सबसे पहले गाड़ी की बैटरी अलग कर दें। क्योंकि बंद गाड़ी में इंजन को नुकसान पहुंचने की गुंजाइश कम हो जाती है। बैटरी हटाने से इलेक्ट्रिकल्स सिस्टम काम नहीं करेंगे और शॉर्ट सर्किट होने की चांस भी कम हो जाएगा।