18 फरवरी से शुरू हो रही यूपी बोर्ड परीक्षा का परिणाम अप्रैल के तीसरे सप्ताह में घोषित करने की तैयारी है। इसके लिए मूल्यांकन का काम दस दिन में पूरा किया जाएगा। सचिव यूपी बोर्ड नीना श्रीवास्तव ने सभी जिला विद्यालयों निरीक्षकों से डेढ़ से दो गुना मूल्यांकन केंद्रों का प्रस्ताव मांगा है ताकि कॉपियां जल्दी जांची जा सके।
उपमुख्यमंत्री एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने 27 नवंबर और 27 दिसंबर को वीडियो कान्फ्रेसिंग में बोर्ड सचिव को निर्देश दिए थे कि मूल्यांकन का काम कम समय में पूरा किया जाए। पिछले साल आठ से 25 मार्च के बीच 231 केंद्रों पर मूल्यांकन हुआ था। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन क्रमश: 79,064 व 45,808 परीक्षकों ने किया था। इस बार 10 दिन में ही कॉपियां जांची जानी हैं।
बता दें कि बोर्ड सचिव ने सभी डीआईओएस को निर्देशित किया है कि 20 जनवरी तक संबंधित क्षेत्रीय कार्यालयों को मूल्यांकन केंद्रों का प्रस्ताव उपलब्ध कराएं। मूल्यांकन कार्य शुचितापूर्ण ढंग से सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में कराया जाएगा।
31 जनवरी को स्कूलों में पहुंच जाएंगे प्रवेश पत्र
यूपी बोर्ड परीक्षा 2020 के लिए 10वीं व 12वीं कक्षा के परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र 31 जनवरी तक स्कूलों को भेज दिए जाएंगे। बोर्ड जिला विद्यालय निरीक्षकों को 25 जनवरी तक परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र, उपस्थिति पत्रक, परीक्षा केंद्रवार नामावली आदि उपलब्ध कराएगा। जो 31 जनवरी तक स्कूलों को भेजे जाएंगे। इसके बाद फरवरी के पहले सप्ताह में छात्र-छात्राओं को प्रवेश पत्र मिलेंगे।
यूपी बोर्ड परीक्षा टाइम-टेबल 2020-