नई दिल्ली : 41वीं जीएसटी काउंसिल की मीटिंग के बाद मिडिया से रूबरू होते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोरोनाकाल में बिगड़ी देश की अर्थव्यवस्था को लेकर कहा कि महामारी ने जीएसटी कलेक्शन पर काफी बुरा असर डाला है. उन्होंने ये भी कहा कि देश की अर्थव्यवस्था कोरोना वायरस के रूप में सामने आए असाधारण ‘एक्ट ऑफ गॉड’ का सामना कर रही है, जिसकी वजह से इस साल अर्थव्यवस्था के विकास की दर सिकुड़ सकती है.
उनके इस बयान पर बीते दिन बीजेपी के ही नेता सुब्रमण्यम स्वामी भड़क गये. मीडिया ब्रीफिंग के बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा कि, ‘मुझे इस बात की पुख्ता जानकारी मिली है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोविड-19 को एक्ट ऑफ गॉड बताया है. मैं इसका वीडियो जल्द ही पोस्ट करूंगा. क्या सालाना जीडीपी रेट वित्त वर्ष 2015 के 8 फीसदी से 2020 की पहली तिमाही में 3.1 फीसदी पर आ जाना भी एक्ट ऑफ गॉड है?’
I am reliably informed that FM N. Sitharaman told a meeting that COVID-19 is an act God!! I will post the video soon. Was the decline in annual growth rate in GDP from 8 % in FY 15 to (1st Qtr 2020) 3.1 % pre-C0VID, also an act of God ?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) August 28, 2020
वहीँ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने देश की मौजूदा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के उस बयान पर तंज कसा है जिसमें उन्होंने कोरोना को दैवीय घटना(Act of God) बताया है. पी चिदंबरम ने एक ट्वीट कर निर्मला सीतारमण पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, अगर ये महामारी दैवीय घटना है तो हम 2017-18, 2018-19 और 2019-20 के दौरान अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन का वर्णन कैसे करेंगे ? क्या वित्त मंत्री मैसेंजर ऑफ गॉड के तौर पर जवाब देंगी.
यदि महामारी ईश्वर की करतूत है, तो हम महामारी के पहले 2017-18, 2018-19 और 2019-20 के दौरान अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन का वर्णन कैसे करेंगे? क्या ईश्वर के दूत के रूप में वित्त मंत्री जवाब देंगी?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) August 29, 2020
निर्मला सीतारमण ने ‘एक्ट ऑफ गॉड’ का जिक्र किया ही था कि वह ट्विटर पर ट्रेंड भी होने लगा. लोग उस पर तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं शेयर करने लगे. कोई आलोचना करने लगा, तो किसी ने भगवान की तस्वीरें भी शेयर करनी शुरू कर दीं.