लखनऊ : कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विवि के छात्र शाद अहमद ने एक इलेक्ट्रोनिक मास्क का निर्माण किया है. छात्र का दावा है कि इस इलेक्ट्रॉनिक मास्क से कोरोना संक्रमित होने की संभावना तो कम होगी ही, साथ ही मास्क में इंटरनेट ऑफ थिंग (IOT) तकनीक भी मौजूद रहेगी.
एक मीटर के क्षेत्र में आने पर देगा बीप अलर्ट
दरअसल, इसकी मदद से संक्रमित व्यक्ति बिना कुछ छुएं अपने मास्क से ही घर की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस (Electronic device) को ऑपरेट कर सकेगा. अगर मास्क खो जाता है तो वह लोकेशन भी बताएगा. इसके साथ ही मास्क की खासियत यह भी है कि एक मीटर के क्षेत्र में किसी के आने पर मास्क आपको बीप अलर्ट भी करेगा. छात्र द्वारा बनाए गए इस इलेक्ट्रानिक मास्क का वजन केवल 90 ग्राम है. इसे बनाने में करीब 300 रुपये का खर्च आया है.
4 फ़िल्टर के उपयोग से बना ये मास्क
बता दें कि शाद अहमद आईईटी अवध में थर्ड इयर का छात्र है. मास्क का डेमो दिखाते वक्त शाद ने बताया कि पूरे मास्क में 4 फ़िल्टर का उपयोग किया गया है. जिसमें दो मास्क के अन्दर मौजूद है, एक किनारे की तरफ है और एक मास्क के बहार की तरफ मौजूद है. उन्होंने बताया कि अंदर के दोनों फिल्टर अंदर पहुंचने वाली ऑक्सीजन को छानते हैं. इससे ऑक्सीजन के साथ कोरोना वायरस के पहुंचने की संभावना शून्य होती है. उनका कहना है कि जो बाहर फिल्टर लगा है, वह 95 प्रतिशत शुद्ध ऑक्सीजन को खींचता है. बाकी का काम अंदर के दो फिल्टर करते हैं.
मास्क में लगा है मिनी फैन
उन्होंने बताया कि मास्क में एक मिनी फैन भी लगाया गया है. जो आपको गर्मी का एहसास नहीं होने देता क्योंकि ये फैन अंदर की गर्मी को लगातार बाहर निकालता है. उन्होंने बताया कि फैन की खासियत यही है कि ये ऑक्सीजन को खींचता है और कॉर्बन डाई ऑक्साइड को बाहर निकालने का काम करता है. इलेक्ट्रॉनिक डे के मौके पर छात्र ने मास्क का एक डेमो भी जारी किया जिसके बाद विवि के प्रोफेसर की ओर से इसे पेटेंट कराने का आश्वासन मिला है.