उन्नाव : जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार कोविड-19 के भयंकर संक्रमण काल के दौरान आगामी 01 अगस्त को त्याग एवं कुर्बानी के त्यौहार ईद-उल-अजहा तथा 03 अगस्त को भाई-बहन के पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन के मद्देनजर कलेक्ट्रेट स्थिति में अपने कार्यालय कक्ष में धर्मगुरूओं के साथ शांति समिति की बैठक कर विचार-विमर्श किया तथा शासन के मार्गदर्शी नियमों की जानकारी दी।
शांति समिति के सदस्यों व धर्मगुरुओं से की अपील
जिलाधिकारी ने शांति समिति के सदस्यों से उनके द्वारा अनेक अवसरों पर किये गये प्रशासन के सहयोग के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया तथा अवगत कराया कि जनपद इस समय कोविड-19 के भयंकर संक्रमण से गुजर रहा है। इसलिये हम सब का प्रथम कर्तव्य स्वयं के साथ-साथ अपने परिवार एवं समाज की रक्षा करना है। उन्होंने शांति समिति के सदस्यों व धर्मगुरूओं से अपील किया है कि आप लोग अपने समाज का पथ-प्रदर्शक होने के नाते इस बात का संदेश दें कि जिस व्यक्ति में सर्दी, खॉसी, जुकाम, बुखार, सॉस फूलना आदि लक्षण प्रकट हो उसका तुरन्त एन्टीजेन टेस्ट करायें। विलम्ब जानलेवा साबित हो रहा है। उन्होंने धर्मगुरूओं से सर्वे टीम का सहयोग तथा निगरानी समिति को सक्रिय करने की अपील की।
सामूहिक एवं प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी स्वीकार्य नहीं
जिलाधिकारी ने यह भी अवगत कराया कि आगामी 01 अगस्त को ईद-उल-अजहा का त्यौहार प्रोटोकाल का अनुपालन सुनिश्चित कराते हुए पूरी अकीदत के साथ मनायें, किन्तु 05 या अधिक व्यक्तियों की एक साथ उपस्थिति, सामूहिक कुर्बानी एवं प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी किसी भी दशा में स्वीकार्य नहीं है। किसी नवीन परम्परा का आगाज भी नहीं होना चाहिये। उन्होंने धर्मगुरूओं से कहा कि जश्नें ईद-उल-अजहा की कार्य योजना बिना विलम्ब किये हुए उप जिलाधिकारी सदर को उपलब्ध करायें।
उन्होंने उप जिलाधिकारी सदर तथा सीओ सिटी को निर्देशित किया कि स्थलीय निरीक्षण कर स्थिति से अवगत करायें। उन्होंने कहा कि आपका सहयोग हमारे लिये एक नजीर है, किन्तु जिस प्रकार सावन के महीनें में न एक काँवर उठा और न गुड़िया पीटी गयी ठीक उसी प्रकार के सहयोग की अपेक्षा आपसे है अतः आप लोग प्रशासन एवं पुलिस बल का सहयोग करते हुए हर्षोल्लास के साथ त्यौहार मनायें। बैठक में धर्म गुरूओं सहित सम्बन्धित अधिकारी/कर्मी आदि उपस्थित रहे।