रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए भवन के शिलान्यास समारोह के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से देश के नाम संबोधन पेश किया। उन्होंने कहा हमें याद रखना होगा कि हमारा संविधान इन भवनों से नहीं भावनाओं से बचा रहेगा। इन भवनों से दूषित और गलत भावनाओं के प्रवेश को रोकना होगा तभी हमारा संविधान बचेगा।
ध्वस्त हो रही लोकतांत्रिक संस्थाएं
नई चुनौतियों को लेकर उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई के दौरान हमने जो प्रण किया था उसे पूरा करने के लिए अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकि है। पिछले कुछ समय से लोकतंत्र के सामने नई चुनौतियां खड़ी हुई हैं। लोकतांत्रिक संस्थाएं ध्वस्त हो रही हैं। लोकशाही पर तानाशाही का प्रभाव बढ़ रहा है।
आगे उन्होंने कहा कि 15 वर्ष की लंबी अवधि के बाद छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी है। पिछले वर्षों में छत्तीसगढ़ में जो हुआ वह उदाहरण है कि एक दिशाहीन और विचारहीन सरकार जनहित के बारे में कभी नहीं सोच सकती। मुझे प्रसन्नता है कि हमारी सरकार सही दिशा में काम कर रही है।
हमें तीन साल में विधानसभा बनाने के निर्देश
कार्यक्रम में मौजूद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा भोपाल में नई विधानसभा बनाने में 13 साल लग गए थे और हमें तीन साल में बनाने के निर्देश दिए गए हैं। हमारी कोशिश यही है कि जल्द ही विधानसभा बने और वहां छत्तीसगढ़ के 2करोड़ 80लाख जनता के हित में, उसके और प्रदेश के विकास के लिए हम काम करें।’
उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘आज यहां नवा रायपुर में नई दिल्ली से जुड़े मुख्य अतिथि श्रीमती सोनिया गांधी जी एवं श्री राहुल गांधी जी की उपस्थिति में छत्तीसगढ़ विधानसभा के नवीन भवन के निर्माण के लिए बटन दबाकर शिलापट का अनावरण किया।
इस दौरान दिल्ली से श्री मोतीलाल वोरा जी, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत जी, नेता प्रतिपक्ष श्री धरम लाल कौशिक जी, लोक निर्माण मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू जी, संसदीय कार्य मंत्री श्री रविन्द्र चौबे जी, विधानसभा के उपाध्यक्ष श्री मनोज मंडावी जी सहित मंत्रिमंडल के सदस्य, संसदीय सचिव, विधायक गण सहित अनेक जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित रहे।