राजधानी लखनऊ में शनिवार को एक शर्मशार कर देने वाला मामला सामने आया है। बता दें कि 14 वर्षीय बच्ची समेत तीन महिलाएं तेजाब से झुलस गईं है । बताया जा रहा है कि एक महिला ने पायल साफ करने आए कारीगर से नाराज होकर उसका झोला पास में खड़ी किशोरी के ऊपर फेंक दिया। झोले में तेजाब की शीशी थी, जो खुल गई और छलक कर किशोरी और दो अन्य महिलाओं पर जा गिरी। कार्यवाहक एसएसपी सुरेश चंद्र रावत के मुताबिक, किशोरी की मौसेरी बहन की तहरीर पर ज्वलनशील पदार्थ फेंकने की एफआइआर दर्ज कर बुजुर्ग महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है।
ये है पूरा मामला
घटना कैसरबाग थानाक्षेत्र की माल्दा कॉलोनी का है। कक्षा सात में पढने वाली किशोरी के मुताबिक, वह कॉलोनी में अपने दोस्तों के साथ खड़ी थीं, उसी दौरान पड़ोस में रहने वाली आशा ने उसपर झोला उठाकर फेंक दिया। इससे झोले में रखे तेजाब से वह झुलस गई। पीडि़ता की मौसेरी बहन का कहना है कि मूलरूप से बेगूसराय बिहार निवासी रामचंद्र सोनी पायल साफ करने का काम करता है।
शनिवार शाम वह माल्दा में पायल साफ करने आया था। आरोप है कि रामचंद्र को देखकर पड़ोसी आशा सोनकर ने उसका झोला किशोरी पर फेंक दिया था, जिससे पीडि़ता समेत तीन झुलस गए। पीडि़ता की मां ने आरोपित महिला पर उनके व बच्चों के प्रतिद्वेष की भावना रखने का आरोप लगाया है। पुलिस ने आशा के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
एएसपी पूर्वी ने बताया कि आशा ने दो माह पहले रामचंद्र से पायल साफ कराया था, जो खराब हो गया था। रामचंद्र को दोबारा देखकर वह भड़क गई थी और उसका झोला उठाकर फेंक दिया था। डॉक्टरों ने बताया है कि किशोरी 18 फीसद झुलसी है, जिसकी हालत खतरे से बाहर है। चेहरे, हाथ और गर्दन पर झुलसने के निशान हैं। पुलिस सभी बिंदुओं पर मामले की पड़ताल कर रही है।