नई दिल्ली: वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के साथ गुरुवार का दिन है। त्रयोदशी तिथि 29 अप्रैल सुबह 12 बजकर 27 मिनट तक रहेगी। उसके बाद चतुर्दशी तिथि लग जाएगा। त्रयोदशी तिथि होने के कारण आज के प्रदोष व्रत रखा जाएगा। गुरुवार होने के कारण इसे गुरु प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाएगा। आज के दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करने का विधान है। जानिए 27 अप्रैल 2022, बुधवार का पंचांग और व्रत-त्योहार।
व्रत- प्रदोष व्रत
गुरुवार को प्रदोष व्रत रखा जा रहा है। गुरुवार को भगवान शिव को सफेद फूल के अलावा बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी की पत्तियां आदि चढ़ाना शुभ माना जाता है। गुरु प्रदोष व्रत रखने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी।
आज का राहुकाल- 28 अप्रैल 2022 को दोपहर 2 बजे से लेकर 3 बजकर 36 मिनट तक राहुकाल रहेगा।
सूर्य मेष राशि में और चंद्रमा मीन राशि में संचरण करेगा।
28 अप्रैल 2022 का शुभ समय
अभिजीत मुहूर्त – सुबह 11:58 बजे से दोपहर 12:50 तक
अमृत काल – दोपहर 12:45 बजे से 02:23 तक
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04:23 बजे से 05:11 तक
वैधृति योग – 27 अप्रैल शाम 05:36 बजे से 28 अप्रैल शाम 04:28 तक
विष्कुम्भ योग – 28 अप्रैल शाम 04:28 बजे से 29 अप्रैल शाम 03:43 बजे तक
उत्तराभाद्रपद नक्षत्र – 27 अप्रैल शाम 05:05 बजे से 28 अप्रैल शाम 05:40 बजे तक
रेवती नक्षत्र – 28 अप्रैल शाम 5:40 बजे से 29 अप्रैल शाम 06:43 बजे तक
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – सुबह 5:59 बजे
सूर्यास्त – शाम 6:49 बजे
चन्द्रोदय – 28 अप्रैल सुबह 4:27 बजे
चन्द्रास्त – 28 अप्रैल शाम 4:45 बजे
28 अप्रैल 2022 का अशुभ काल
राहू – दोपहर 2 बजे से 3:36 तक
यम गण्ड -सुबह 5:59 बजे से 7:36 तक
कुलिक – सुबह 9:12 बजे से 10:48 तक