औरंगजेब के परदादा थे लेकिन असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई और एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन जब औरंगाबाद पहुंचे तो उन्होंने औरंगजेब की कब्र पर सिर झुका लिया। फूल चढ़ाएं और फातिहा भी पढ़ा। राजनीति में टाइमिंग मायने रखती है। अकबरुद्दीन ने सोच-समझकर औरंगजेब की इबादत का वक्त चुना। काशी के ज्ञानवापी का मामला गरमाया, मस्जिद के सर्वे पर कोर्ट का फैसला आया। जिसके बाद अचानक हैदराबाद के ओवैसी भाई जान का औरंगजेब प्रेम सामने आया। छोटे ओवैसी औरंगजेब की मजार पर फातिहा पढ़ने चल दिए।

औरंगजेब की कब्र पर अकबर का फातिहा, मनसे ने दी चेतावनी
May 13, 2022 50 Views